क्रिया
जिस शब्द से किसी कार्य के करने या होने का बोध हो उसे क्रिया कहते हैं। क्रिया एक विकारी शब्द हैं।
जिस शब्द से किसी कार्य के करने या होने का बोध हो उसे क्रिया कहते हैं। क्रिया एक विकारी शब्द हैं।
जैसे- सोहन पत्र लिखता हैं।
वह प्रतिदिन ऑफिस जाता हैं।
उपर्युक्त वाक्यों में लिखता है, जाता है, क्रिया हैं।
क्रिया का निर्माण
हिन्दी का मूल आधार संस्कृत है। “क्रिया के मूलरुप को धातु कहते हैं” धातु के अन्त में “ना” लगाने से जो शब्द बनता है उसे क्रिया कहते हैं।
जैसे- लिख+ना = लिखना
पढ़+ना = पढ़ना
चल+ना = चलना
खेल+ना = खेलना
क्रिया के भेद/प्रकार
रचना या बनावट के आधार पर हिन्दी में क्रिया के मुख्यतः दो भेद होते हैं।
1. सकर्मक
2. अकर्मक
1. सकर्मक क्रिया- जब क्रिया के साथ कर्म का प्रयोग हो या कर्म के होने की सम्भावना हो तब वहाँ सकर्मक क्रिया होता हैं।

NOTE- सकर्मक और अकर्मक क्रियाओं की पहचान - क्या और किसको लगाकर प्रश्न करते हैं। यदि दोनों का उत्तर मिले तो सकर्मक क्रिया होगी यदि उत्तर न मिले तो अकर्मक क्रिया होगी।
2. अकर्मक क्रिया- जब क्रिया के साथ कर्म का प्रयोग न हो तब उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं।
जैसे-
i. वह हँसता है।
ii. अर्जुन रोता हैं।
उदाहरण - हँसना,रोना,सोना,नाचना,ओढ़ना,आदि
संरचना के आधार पर क्रिया का विभाजन
संरचना के आधार पर क्रिया को 4 निम्नलिखित भागों में बाँटा गया हैं।
1. प्रेरणार्थक क्रिया- जब कर्ता कोई कार्य स्वयं न करके किसी दूसरे से करवाता है या कराने की प्रेरणा देता हैं तब उसे प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं।
प्रेरणार्थक क्रियाएँ दो प्रकार की होती हैं-
i. प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया
ii. द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया
प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया का निर्माण ‘ना’ लगाकर तथा द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया का निर्माण ‘वाना’ लगाकर किया जाता है।
जैसे-

2. संयुक्त क्रिया- जब एक से अधिक क्रियाएँ मिलकर किसी कार्य को पूरा करती है तब उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे-
i. वह प्रतिदिन दौड़ने जाता हैं।
ii. मोहन लिख रहा हैं।
3. पूर्वकालिक क्रिया- जब एक क्रिया को पूर्ण करने के बदले उसी छड़ कर्ता किसी दूसरे कार्य में लग जाता है तब उसे पूर्वकालिक क्रिया कहते हैं।
जैसे-
i. पिता जी खा कर दफ्तर गये।
ii. राम पत्र लिखकर चल गया।
4. अनुकरणवाची क्रिया- अनुकरणवाची क्रियाओं का निर्माण इस प्रकार होता हैं।
जैसे-
टनटन- टनटनाना
खटखट- खटखटाना
भिनभिन- भिनाभिनाना