सौरमण्डल,गृह,सूर्य,तारे,चन्द्रमा,पृथ्वी

बुध (Mercury) यह सूर्य के सर्वाधिक नज़दीक का ग्रह है यहाँ दिन अत्यन्त गर्म तथा रातें बर्फीली होती है। बुध और शुक्र के पास कोई उपग्रह नहीं है। बुध सूर्य की परिक्रमा सबसे कम समय (88 दिन) में पूरा करता है। बुध ग्रह पर 1 वर्ष मे 88 दिन होते हैं। बुध ग्रह हमारे सौरमण्डल का सबसे छोटा ग्रह है।

सौरमण्डल,गृह,सूर्य,तारे,चन्द्रमा,पृथ्वी

बुध (Mercury)

यह सूर्य के सर्वाधिक नज़दीक का ग्रह है यहाँ दिन अत्यन्त गर्म तथा रातें बर्फीली होती है।

बुध और शुक्र के पास कोई उपग्रह नहीं है।

बुध सूर्य की परिक्रमा सबसे कम समय (88 दिन) में पूरा करता है।

बुध ग्रह पर 1 वर्ष मे 88 दिन होते हैं।

बुध ग्रह हमारे सौरमण्डल का सबसे छोटा ग्रह है।

शुक्र (Venus)

यह पृथ्वी के सबसे नजदीक है, इसका आकार पृथ्वी के समान है जिसके कारण इसे 'पृथ्वी की बहन' कहते है।

शुक्र सबसे चमकीला ग्रह है।

शुक्र सौरमण्डल का सबसे गर्म ग्रह है क्योंकि इसके वायुमण्डल में लगभग 97% (CO2) गैस पायी जाती है।

शुक्र, अरुण सूर्य की परिक्रमा पूरब से पश्चिम में करता है जिससे यहाँ सूर्योदय पाश्चिम में होता है।

शुक्र को 'सौन्दर्य की देवी', "साँझ का तारा" "भोर का तारा" आदि उपनामों से जानते है।

मंगल (Mars)

आयरन आकसॉइड की अधिकता होने के कारण मंगल को ''लाल ग्रह' कहते हैं।

मंगल अपने अक्ष पर लगभग 25 डिग्री झुका हुआ है जिसके कारण वहाँ पर भी दिन-रात पृथ्वी के समत होते है और वहाँ जीवन की सम्भावना व्यक्त की जा रही है।

मंगल ग्रह का उपग्रह डिमोस सौरमण्डल का सबसे छोटा उपग्रह है।

सौरमण्डल का सबसे ऊंचा पर्वत निक्स ओलंपिया है जो माउण्ट एवरेस्ट का 3 गुना है।

सौरमण्डल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी 'ओलिपस मेसी' इसी ग्रह पर है।

बृहस्पति (Jupiter)

इसे विशाल धब्बों वाला ग्रह' भी कहते है। यह पीले रंग का ग्रह है। बृहस्पति सौरमण्डल का सबसे बड़ा ग्रह है।

इसके उपग्रहो की संख्या 28 है। और गैनीमीड सौरमण्डल का सबसे बड़ा उपग्रह बृहस्पति का ही है।

शनि (Shuren)

इसके चारों तरफ रिंग / वलय / छल्ले पाए जाते है। सर्वाधिक उपग्रहों (30) वाला ग्रह है।

शनि का रंग नारंगी है।

अरुण (Uranus)

इसे लेटा हुआ ग्रह भी कहते हैं | यह सूर्य की परिक्रमा पूरब से पश्चिम की ओर लगाता है जिससे यहाँ पर भी सूर्योदय पश्चिम में होता है।

इसकी खोज सर विलियम हर्शेल (1781) में की।

वरुण (Neptune)

यह सूर्य से सर्वाधिक दूर है।

यह सूर्य की परिक्रमा सबसे अधिक समय (165 वर्ष) में लगाता है।

इसके चारों ओर अति शीतल मीथेन का बादल छाया रहता है। जिससे हरे रंग का प्रकीर्णन अधिक होने के कारण इसे हरा ग्रह कहा जाता है।

चन्द्रमा

चन्द्रमा एक उपग्रह है जो अपने ग्रह पृथ्वी की परिक्रमा करता है।

चन्द्रमा सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होता है।

चन्द्रमा का परावर्तित प्रकाश 1.3 मिनट में पृथ्वी पर पहुँचता है।

चन्द्रमा पर उपस्थित धूल के मैदानों को 'शान्ति सागर' कहा जाता है।

चन्द्रमा को जीवाश्म ग्रह भी कहते है।

चन्द्रमा का उच्चतम पर्वत लीबनिट्स है, जो चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्थित है।

सर्वप्रथम चन्द्रमा पर अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग एवं न्यू एडविन एल्ड्रिन (1909) में गए।

भारत से सर्वप्रथम राकेश शर्मा (1984) में गए। जो भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री है।

विश्व के प्रथम अंतरिक्ष यात्री यूरी गागरिन (रूस) थे।

भारत की प्रथम महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला (हरियाणा) की थी।

चन्द्रमा पूर्णत: चन्द्र पूर्णिमा के दिन दिखाई देता है। अमावस्या से पूर्णिमा तक के 15 दिन को शुक्ल पक्ष तथा पूर्णिमा से अमावस्या के 15 दिन को कृष्ण पक्ष कहते है जिसमे चन्द्रमा का आकार घटता है, तथा अमावस्या से पूर्णिमा तक बढ़ता है

ग्रहण

सूर्यग्रहण- सूर्यग्रहण अमावस्या के दिन होता है। जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चन्द्रमा आ जाता है ( पूर्ण सूर्यग्रहण अधिकतम 7 मिनट 40 सेकेण्ड का होता है)

चन्द्रग्रहण- चन्द्रग्रहण पूर्णिमा के दिन होता है जब सूर्य और चन्द्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है। (पूर्ण चन्द्रग्रहण अधिकतम 1 घण्टा 40 मिनट का होता है।

सूर्य ग्रहण के समय हानिकारक (U.V.) अल्ट्रा वायलेट किरण निकलती है जो हमारी आँखों को नुकसान पहुँचाती है इसलिए इस समय सूर्य को नंगी आँखो से नहीं देखना चाहिए।

ज्वार भाटा

समुद्री जल की ऊपर उठने की प्रक्रिया को ज्वार व नीचे गिरने की प्रक्रिया को भाटा कहते है।

ज्वार भाटा आने का मुख्य कारण सूर्य और चन्द्रमा का गुरुत्वाकर्षण बल है।

दीर्घ ज्वार अमावस्या या पूर्णिमा के दिन आता है।

लघु ज्वार अमावस्या व पूर्णिमा के बीच सप्तमी या अष्टमी को आता है।

ज्वार भाटे में चन्द्रमा की शक्ति अधिक काम करती है

तारा

जिसमें स्वयं का प्रकाश होता है उसे तारा कहते है। तारों की चमक उसके तापमान पर निर्भर करती है। अत्यधिक उच्च ताप वाले तारे का रंग नीला, उससे कम सफेद और सबसे कम ताप पर लाल रंग का होता है।

तारे की आयु उसमे उपस्थित हाइड्रोजन, हीलियम की मात्रा पर निर्भर करता है, हमारा सूर्य एक तारा है।

सूर्य

सभी ग्रहों या पृथ्वी को प्रकाश व ऊर्जा सूर्य से मिलती है।

सूर्य में नाभिकीय संलयन की क्रिया होती है जिसमें हाइड्रोजन, हीलियम गैस सहयोग करती हैं |

सूर्य के केन्द्रीय भाग को क्रोड के नाम से जानते है ।

सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर 8 मिनट 16 सेकेण्ड में आता है। सूर्य का व्यास पृथ्वी से 10 गुना व गुरुत्वाकर्षण शक्ति 28 गुना अधिक है।

सूर्य की खोज कॉपरनिकस ने की। (ब्रह्माण्ड की भी)। सूर्य की उम्र लगभग 5 अरब वर्ष है।

पृथ्वी

पृथ्वी सौर परिवार का 5 वाँ बड़ा ग्रह है। इसके 71% भाग पर जल तथा 29% भाग पर स्थल है।

पृथ्वी का आकार लगभग गोल है जो संतरे की तरह बीच में उभरी व ध्रुवों पर चपटी है।

पृथ्वी का सबसे ऊँचा स्थान माउण्ट एवरेस्ट चोटी (हिमालय पर्वत) नेपाल है। जिसकी ऊँचाई 8,850 मीटर है।

पृथ्वी का सबसे गहरा स्थान मेरियाना गर्त (प्रशांत महासागर) में है। इसकी गहराई 10907 मीटर है

पृथ्वी पर जल की मात्रा ज्यादा होने के कारण इसे नीला ग्रह कहते है।

उत्तरी गोलार्द्ध में स्थल की मात्रा अधिक होने के कारण इसे स्थलीय गोलार्द्ध कहते है जब कि दक्षिणी गोलार्द्ध में जल की मात्रा अधिक होने के कारण इसे जलीय गोलार्द्ध कहते है।

क्षेत्रफल में सबसे बड़ा देश रूस तथा सबसे छोटा वेटिकन सिटी है।

सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला देश सिंगापुर है जिसकी राजधानी भी सिंगापुर है।

पृथ्वी सूर्य के सर्वाधिक नजदीक 3 January को आती है जिसे 'उपसौर' कहते है जबकि सर्वाधिक दूर 4 July को रहती है जिसे 'अपसौर' कहते है।

पृथ्वी के वायुमण्डल से निकलने के लिए न्यूनतम गति/पलायन वेग 11.2 km/s होनी चाहिए।

पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा के दौरान 2979 km/s की गति से चलती है। *

सम्पूर्ण पृथ्वी पर 21 march23 Sep को दिन रात बराबर होते है।